आपकी कल्‍पना से भी छोटे रोबोट करेंगे बीमारियों की निगरानी

आपकी कल्‍पना से भी छोटे रोबोट करेंगे बीमारियों की निगरानी

सेहतराग टीम 

इंसानों के इलाजों में जब भी रोबोट का जिक्र आता है तो आमतौर पर हमारी कल्‍पना में बड़े आकार के मशीनों का अक्स ही उभरता है मगर अब वैज्ञानिकों ने इतने सूक्ष्‍म रोबोट तैयार किए हैं जो हमारे शरीर की कोशिकाओं जितने छोटे हैं। वैज्ञानिकों का दावा है कि ये रोबोट बीमारियों के इलाज में बेहद मददगार हो सकते हैं।

दरअसल वैज्ञानिकों ने अभी तक का सबसे छोटा रोबोट इजाद किया है जो अपने माहौल का पता लगा सकता है और आंकड़े जुटाकर उनकी गणना कर सकता है। ऐसे में निगले जाने वाले स्वास्थ्य निगरानी उपकरण की संभावना के द्वार खुल गए हैं।

मानव के अंडाणु के आकार के इन उपकरणों में द्विआयामी सामग्री के सूक्ष्म इलेक्ट्रोनिक परिपथ होते हैं और उसके साथ बहुत सूक्ष्म कण, जिन्हें कोलाइड कहा जाता है, जुड़े होते हैं। कोलाइड इतने छोटे होते हैं कि वे द्रव या हवा में भी अनिश्चितकाल तक तैरते रह सकते हैं।

अनुसंधानकर्ताओं को इन बेहद छोटी वस्तुओं को जटिल विद्युत परिपथ से जोड़कर एक ऐसे उपकरण की बुनियाद डालने की उम्मीद है जिन्हें मानवीय पाचन तंत्र से लेकर तेल या गैस पाइप तक जांच-परख करने या फिर शायद रासायनिक प्रसंस्करण या रिफाइनरी के अंदर यौगिको को मापने के लिए डाला जा सकता है। 

अमेरिका के मैसाच्युएट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी के प्रोफेसर माइकल स्ट्रानो ने कहा, ‘हम कोलाइडल कणों में पूर्ण इलेक्ट्रोनिक परिपथ डालने की विधि ढूंढना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कोलाइड्स माहौल का आकलन कर सकता है और इस प्रकार आ जा सकता है जो अन्य सामग्री नहीं कर सकती हैं।’

अगर वैज्ञानिकों को इसमें कामयाबी मिल गई तो निश्चित रूप से ये मानव प्रजाति के लिए एक बेहद लाभकारी खोज होगी और इससे कई क्षेत्रों में संभावनाओं के अनंत द्वार खुल जाएंगे।

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